Protein Ki Kami Se weight Badhega?-Less Protein = More Weight? In Hindi

नमस्ते दोस्तों! क्या आप भी वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन फिर भी kg बढ़ते जा रहे हैं? या दिनभर थकान, बालों-नाखूनों की कमजोरी और बार-बार बीमार पड़ना आपको परेशान कर रहा है? तो यह सब प्रोटीन की कमी का संकेत हो सकता है! हाल ही में AIIMS, हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड से प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में चेतावनी दी है कि कम प्रोटीन इनटेक से न सिर्फ वजन बढ़ सकता है, बल्कि आपकी सेहत पर भी बुरा असर पड़ सकता है। प्रोटीन हमारे शरीर की मांसपेशियों, हड्डियों, त्वचा और बालों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है। इस लेख में हम डॉ. सेठी की सलाह ओर वैज्ञानिक रिचर्च के आधार पर जानेंगे कि कैसे Protein Ki Kami Se weight Badhega इसके 6 मुख्य संकेत क्या हैं, और पर्याप्त प्रोटीन कैसे लें। तो चलिए, इस महत्वपूर्ण जानकारी को विस्तार से समझते हैं!

Less Protein = More Weight! 6 Warning Signs You Shouldn’t Ignore

प्रोटीन की कमी से वजन कैसे बढ़ता है?

डॉ. सौरभ सेठी के अनुसार, प्रोटीन हमारे शरीर के मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसे हम "बर्न रेट" कहते हैं – यानी शरीर कितनी तेजी से कैलोरी जलाता है। अगर प्रोटीन कम हो, तो मेटाबॉलिज्म 15–20% धीमा हो जाता है, जिससे वजन बढ़ने लगता है। इसके अलावा, कम प्रोटीन से ब्लड शुगर लेवल गिर जाता है, जिससे थकान होती है और मीठे-तले हुए खाने की क्रेविंग बढ़ जाती है। नतीजा? अनियंत्रित खाना और और ज्यादा वजन! डॉ. सेठी कहते हैं, "प्रोटीन न सिर्फ ऊर्जा देता है, बल्कि भूख को कंट्रोल करके वजन मैनेजमेंट में मदद करता है।इसलिए, अगर आप फिट रहना चाहते हैं, तो प्रोटीन को अपनी डाइट का स्टार बनाएं। जो

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शरीर में प्रोटीन की कमी के लक्षण

डॉ. सेठी ने अपनी पोस्ट में प्रोटीन की कमी के 6 स्पष्ट लक्षण बताए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो अपनी डाइट चेक करें। आइए, इन्हें विस्तार से जानते हैं:


1. ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव और मीठे की क्रेविंग

Journal of Nutrition (2022) में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, प्रोटीन लेने से हार्मोन जैसे GLP-1 और PYY बढ़ते हैं, जो भूख को कम करते हैं। कम प्रोटीन की कमी होने पर शुगर लेवल अचानक गिर जाता है, जिससे आपको चॉकलेट, केक या जंक फूड खाने का मन करता है , जिसकी वजह से ब्लड शुगर असंतुलित होता है, जिससे थकान और ओवरईटिंग होती है।। यह वजन बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण बन जाता है।


2. दिनभर थकान महसूस होना

प्रोटीन ऊर्जा का स्रोत है। अगर यह कम हो, तो ब्लड शुगर डिप्स से थकान होती है। सुबह उठते ही आलस लगना या काम में मन न लगना इसका संकेत है।


3. मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाना और वजन बढ़ना

Nutrition (2021) में प्रकाशित हुआ, बताता है कि प्रोटीन का सेवन मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। प्रोटीन मसल्स बनाता है, जो कैलोरी बर्न करने में मदद करते हैं। कम प्रोटीन लेने वालों में बेसल मेटाबॉलिक रेट (BMR) 15-20% तक कम हो सकता है। जिससे कैलोरी बर्न कम होती है ओर बॉडी फैट स्टोर करने लगती है। नतीजा – बिना वजह वजन बढ़ना!


4. बार-बार सर्दी-खांसी या फ्लू जैसे लक्षण

प्रोटीन एंटीबॉडीज और इम्यून सेल्स (जैसे T-सेल्स) बनाता है,जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। ऐसा Nutrients जर्नल (2020) में एक रिचर्च  में भी पाया गया। प्रोटीन कमी से एंटीबॉडीज और इम्यून सेल्स कम बनती हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप जल्दी बीमार पड़ जाते हैं, तो प्रोटीन चेक करें।


5. बालों और नाखूनों में रूखापन या कमजोरी

Dermatology Research and Practice (2019) में प्रकाशित शोध बताता है कि केराटिन से बनता है,, जो बालों और नाखूनों को मजबूत बनाता है। कमी से बाल पतले, रूखे हो जाते हैं और नाखून भंगुर।


6. मूड स्विंग्स या चिड़चिड़ापन

The Journal of Psychiatry & Neuroscience (2023) के अनुसार प्रोटीन एमिनो एसिड्स (जैसे ट्रिप्टोफैन) सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर बनाता है, जिससे heappy मूड रहता है । इस न्यूरोट्रांसमीटर कमी से इरिटेबिलिटी, डिप्रेशन या अचानक गुस्सा आना आम है।

Note :संकेत नजरअंदाज न करें! अगर आपको 2-3 लक्षण दिखें, तो डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह लें।


Daily कितना प्रोटीन लेना चाहिए 

डॉ. सेठी की सलाह है कि 18+ को अपने बॉडी वेट के प्रति किलोग्राम कम से कम 1 ग्राम प्रोटीन रोजाना लेना चाहिए। उदाहरण के लिए, अगर आपका वजन 50 किलो है, तो 50 ग्राम प्रोटीन जरूरी है। इसे तीनों मील्स में बांटें – नाश्ते में 20g, लंच में 20g, डिनर में 10g।


अधिक प्रोटीन आहार:

नॉन-वेज: चिकन, मछली, अंडे, दूध।

वेज: दालें (मूंग, चना), पनीर, सोया, दही, बादाम,क्विनोआ, चिया सीड्स।

डेली टिप्स: सलाद में चने मिलाएं, ब्रेकफास्ट में उबले अंडे खाएं, या शेक में प्रोटीन पाउडर यूज करें।

Note: शुरुआत में धीरे-धीरे बढ़ाएं, ताकि पाचन में परेशानी हो। 


निष्कर्ष: 

इस लेख में हमने जाना Protein Ki Kami Se weight Badhega। प्रोटीन न सिर्फ वजन कंट्रोल करता है, बल्कि ऊर्जा, इम्यूनिटी और मूड को भी बेहतर बनाता है। अगर आपको ऊपर बताए संकेत दिखें, तो अपनी डाइट में बदलाव लाएं। ओर पर्याप्त प्रोटीन लेखी खुद की स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की कोशिश करें 🙏


 FAQ

1. प्रोटीन की कमी से वजन कैसे बढ़ता है?

प्रोटीन मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। कमी होने पर बॉडी कैलोरी कम जलाती है, जिससे फैट जमा होता है। American Journal of Clinical Nutrition (2021) के अनुसार, यह 15-20% तक मेटाबॉलिक रेट कम कर सकता है।

2. प्रोटीन की कमी के सबसे आम संकेत क्या हैं?

मुख्य संकेत: थकान, मीठे की क्रेविंग, बालों का झड़ना, बार-बार बीमारी, मूड स्विंग्स, और अनियंत्रित वजन बढ़ना। अगर 2-3 लक्षण दिखें, तो डाइट चेक करें।

3. रोजाना कितना प्रोटीन लेना चाहिए?

वयस्कों के लिए बॉडी वेट के प्रति किलो 1 ग्राम। जैसे 60 किलो वजन पर 60 ग्राम। इसे तीन मील्स में बांटें।

4. वेजिटेरियन प्रोटीन स्रोत कौन से हैं?

दालें, पनीर, दही, सोया, बादाम, क्विनोआ। नॉन-वेज में चिकन, अंडे, मछली।

5. क्या प्रोटीन सप्लीमेंट्स जरूरी हैं?

नहीं, बैलेंस्ड डाइट से पर्याप्त मिल जाता है। लेकिन कमी हो तो डॉक्टर की सलाह से सप्लीमेंट लें।

6. प्रोटीन बढ़ाने के आसान टिप्स?

नाश्ते में अंडे या दही, लंच में दाल-सब्जी, स्नैक में नट्स। धीरे-धीरे बढ़ाएं।

7. क्या प्रोटीन से किडनी पर असर पड़ता है?

ज्यादा प्रोटीन से किडनी पर बोझ पड़ सकता है, लेकिन सामान्य मात्रा सुरक्षित है। किडनी समस्या हो तो डॉक्टर से पूछें।




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